दुर्गेश चंद्राकर
बिलासपुर – सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत जगमल चौक स्थित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मंडी शाखा के कैशियर द्वारा 80 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया है जहां बैंक की महिला कैशियर ने किसानों के फर्जी हस्ताक्षर कर घटना को अंजाम दिया है इधर मामले में शाखा प्रबंधक ने महिला कर्मी की शिकायत सिटी कोतवाली थाने में दर्ज कराई है जहां जानकारी देते हुए शाखा प्रबंधक हितेश सलूजा ने बताया कि 2 दिसंबर शाम को वह दौरे से लौटकर शाखा का वाउचर हस्ताक्षर कर रहे थे। तभी उन्होंने देखा की कृषक प्यारेलाल केंवट के खाते से उसी दिन 5 हजार जमा और 15 हज़ार निकाला गया है। संदेह होने पर जब उन्होंने वाउचर को चेक किया गया तो दोनो ही पर्ची में कृषक के साइन अलग अलग थे।
जिसके बाद शाखा प्रबंधक ने उक्त किसान का स्टेटमेंट चेक किया तो उसमे कई प्रकार की अनियमितता पाई गई। जिसपर उन्होंने शाखा मे लिपिक सह कम्यूटर आपरेटर के पद पदस्थ खुशबू शर्मा जो की कैशियर के रूप में काम कर रही थी। उससे पुछताछ की गई। पहले तो आरोपित कैशियर खुशबू शर्मा ने शाखा प्रबंधक को गोलमोल जवाब दे रही थी लेकिन कड़ाई से पूछताछ पर उसने अपना जुर्म कबूल करते हुए किसानों के फर्जी हस्ताक्षर कर पैसे निकालने की बात कबूल की, वही समय-समय पर उक्त पैसे को बैंक में किसानों के खाते में वापस जमा भी कर देती थी ताकि किसानों को इसकी भनक ना लग सके उक्त मामले की जब शाखा प्रबंधन ने जांच कराई तो पता चला कि महिला कैशियर खुशबू शर्मा ने अब तक 80 लाख रुपए बैंक उपभोक्ताओं के हजम कर लिए है। जबकि 3 दिसंबर की स्थिति में केवल 14 लाख 95 हजार रूपए किसानों के खातों में वापस डाले है आपको बता दे खुशबू शर्मा 2014 से जगमल चौक स्थित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मंडी शाखा में कैशियर के पद पर काम कर रही है। जिसने 10 साल में बैंक उपभोक्ताओं के खाते से 80 लाख रुपए हजम कर लिया। ताज्जुब की बात यह है। की इतनी बड़ी राशि बैंक से गबन कर ली गई। और उसकी भनक किसी को नहीं लगी। फिलहाल मामले में जिला सहकारी केन्द्रीय बैक के प्रधान कार्यालय से प्राप्त निर्देश पर शाखा प्रबंधक ने कैशियर खुशबू शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। जहां महिला के खिलाफ सिटी कोतवाली पुलिस मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।